भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

अघन सोहान / भवप्रीतानन्द ओझा

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

झूमर (नवान्न वर्णन)

अघन सोहान
खसी चढ़ी आवला नेमान
अघन सोहान
दहीक छाली धोती चद्दर
गौर देहें चौक सुंदर
गुड़क टोपर कलगी गुच्छा धान
तपोड़ा के दालधरी मुरा के जे तरकारी
घंघरा के कुण्डल सोभे कान
पाकल कैराक माठी-मल चूड़ाक हार झलमल
गेन्दा माला गला शोभामान
दाँड़ाँ सोभे गांथल बैगन कन्दा के खड़ाम शोभन
साकल माखल देहा झलकान
साजी आयला नेमान देवा
बूढै़भ जेकर बासी सेवा
भवप्रीता पूजे भगवान।