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निज मतिके अनुमान प्रथम बंगाल यवन दुख दीन्हो / नाथ कवि

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चौपाई

निज मतिके अनुमान प्रथम बंगाल यवन दुख दीन्हो
लै बदलौ दौड़ो बिहार गाँधी हल्ला जब कीन्हो।
कर पंजाब कत्ल जिन्ना जबरन पाकिस्ताँ लीन्हो,
काँग्रेस मति भ्रष्ट भई जो मान विभाजन लीन्हो॥
दौड़-बीज हत्याके बोए, हाथ भारत में धोए,
लड़ाये भाई भाई।
चलते-2 यह कलंक को टीकौ लियौ लगाई॥