भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
नाथ कवि
Kavita Kosh से
नाथ कवि
जन्म | 1901 |
---|---|
निधन | 1986 |
उपनाम | नाथ कवि |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
मूल नाम नाथालाल पाठक। रचनाएँ नाथालाल जी के नाती नरेंद्र पाठक जी द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं। | |
जीवन परिचय | |
नाथ कवि / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- एक कर में वीणा लिये, एक कर में करताल / नाथ कवि
- तेरी ही कृपा ते करत संहार मातु / नाथ कवि
- दोहा-पय धारी गुरू चरन कौ, मो मन में विश्वास / नाथ कवि
- मथुरा के आजकल के कवियों की वन्दना / नाथ कवि
- आरत-भारत / नाथ कवि
- हर हिटलर / नाथ कवि
- गाँधी-जवाहर / नाथ कवि
- पासा उलआ है सुना हमने यूरोप माँहि / नाथ कवि
- अब तजि आस आसु-तोस गये भारत ने / नाथ कवि
- वारिध अपार लों मच्यौ है विश्व-व्यापी युद्ध / नाथ कवि
- जीते अंगरेज और हारे हर हिटलहर हु / नाथ कवि
- भारत की फूट को फजीतौ कहैं नाथ कवि / नाथ कवि
- प्रथम पोलैन्ड में प्रचन्ड है मचायौ युद्ध / नाथ कवि
- सागर समीप सन् ग्रह, गुण, निध, शशि / नाथ कवि
- नीति होय चेम्बर चालाकी होय चर्चिल सी / नाथ कवि
- चलत चलाकी अनौखी वीर चर्चिल हूँ / नाथ कवि
- कानन ते आंगुरी हटाय कैं सुनौ जी ‘नाथ’ / नाथ कवि
- कहत कोऊ आयौ जापान द्वार भारत के / नाथ कवि
- आवत सुभाष रात सपने में देखी ‘नाथ’ / नाथ कवि
- आरत है भारत पुकारत है दीनानाथ / नाथ कवि
- कस कर कमर समर की तयारी करौ / नाथ कवि
- भारत की नैया के खिबैया मुदे जेल बीच / नाथ कवि
- चलों भाई चलो भाई जहाँ जन्मे कन्हाई हैं / नाथ कवि
- दीनदयाल कृपाल गुपाल बिना तुम संकट कौन हरेंगे / नाथ कवि
- शान्त सत्याग्रह कौ भयौ है अन्त कोऊ कहै / नाथ कवि
- सोयौ सुभाष केधौ खोयौ लाल भारत कौ / नाथ कवि
- धन्य वीर चर्चिल चलाकी की कीनी हद्द / नाथ कवि
- यूरोप ते आयौं मदारी एक भारत में / नाथ कवि
- भारत के चारों ओर घूम रहे नेतागण / नाथ कवि
- भारत के चारों ओर फैल रहौ हाहाकार / नाथ कवि
- जिन्ना अपनी जिद्द से तजै न पाकिस्तान / नाथ कवि
- निज मतिके अनुमान प्रथम बंगाल यवन दुख दीन्हो / नाथ कवि
- परम प्रतापी श्री बृजेन्द्र महाराज धन्य / नाथ कवि
- धन्य वीर नाहर जवाहर जग जाहर कों / नाथ कवि
- परम महान् गुण खान ज्ञान बान गाँधी / नाथ कवि
- गजब कियो है मजदूर सरकार ‘नाथ’ / नाथ कवि
- गाऊँ विजय भारती गान / नाथ कवि
- कर अनरीति तज दीनी राजनीति जिन्ना / नाथ कवि
- भारत में जैसी सुभाष की सुवास रही / नाथ कवि
- जीत कें चुनाव काँग्रेसी गंरवाय गये / नाथ कवि
- भारत वीर विहीन भयौ / नाथ कवि
- भारतीय वीरो उठो युद्ध की तयारी करो / नाथ कवि
- जैसे दुर्योधन अनरीत करी भारत में / नाथ कवि
- प्रथमहिं राखी मूँछ अरजुन से भारती नें / नाथ कवि
- लाल बहादुर शास्त्री / नाथ कवि
- भारत में चारों ओर फैल रहौ हाहाकार / नाथ कवि
- कांग्रेस नैया के खिवैत करी भारत मांहि / नाथ कवि