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अब तजि आस आसु-तोस गये भारत ने / नाथ कवि
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अब तजि आस आसु-तोस गये भारत ने,
जाय यूरोप रक्त सरिता निहारी है।
तीसरौ उधार नैन देखत तमासौ नाथ,
टैंक तारपीडो और बिमान तोप भारी हैं॥
भारत ते पीछें न भयौ है विश्व-ब्यापी युद्ध,
लन्दन जापान औ अमेरिका की बारी है।
कहत सुरवृन्द धन्य वीर या चर्चिल को,
लडत्रत खूब दुश्मन ते मानत न हारी है॥