प्रश्न और उत्तर / निकानोर पार्रा / श्रीकान्त दुबे
-- क्या आपको लगता है
कि यह जांच लेने के बाद कि ईश्वर दुनिया को
व्यवस्थित कर पाता है कि नहीं
उसका अन्त कर देना उचित होगा ?
-- मेरा मानना है -- हाँ।
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-- क्या किसी ऐसे विचार के लिए
ज़िन्दगी से खेल जाना सही रहेगा
जो पूरी तरह खोखला निकले ?
-- मेरा मानना है -- हाँ।
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-- मैं पूछता हूँ कि क्या
केकड़ों तक का आहार कर लेते हुए भी
उन बच्चों को पालने-पोसने के कोई मायने हैं
जो अपने से बड़ों के विपरीत जाते रास्ते चुन लेते हों ?
-- जाहिर तौर पर – हाँ
-- क्या नहीं ?
क्या इसका कोई मायने नहीं होता ?
मैं पूछता हूँ कि
एक सीडी चलाने के
किसी वृक्ष के अध्ययन के
कोई किताब रखने के कुछ मायने हैं क्या ?
यदि हरेक चीज़ का क्षय ही हो जाना है
यदि कोई भी चीज़ टिकाऊ नहीं है
-- फिर तो शायद यह सब अनुचित है
-- विलाप बन्द किए जाएँ
-- हास्यास्पद है यह सब
-- कोई पैदा ही न हो
-- अब मैं मर रहा हूँ।
मूल स्पानी भाषा से अनुवाद : श्रीकान्त दुबे