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बम का दायरा / येहूदा आमिखाई
Kavita Kosh से
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तीस सेंटीमीटर व्यास का बम
सात मीटर की मारक क्षमता का दायरा बनाता था
जिसमें चार मृत और ग्यारह घायल हुए ।
इसके चारों ओर
तकलीफ़ और वक़्त के लिहाज से
बड़ा दायरा बनता था
जिसमें दो अस्त-व्यस्त अस्पताल
और एक कब्रिस्तान शामिल हुए ।
लेकिन वह युवती
जो सौ किलोमीटर दूर
अपने शहर में दफ़नाई गई
इस दायरे को काफ़ी बड़ा कर रही थी ।
उसकी मौत पर
समुन्दर पार किसी दूर देश के
सुदूर तटों पर मातम मनाता
वह अकेला आदमी
इस दायरे में पूरी दुनिया को ले आता था ।
उन यतीमों के रुदन का जिक्र भी नहीं करूँगा
जो भगवान् के सिंहासन और उसके भी परे पहुँचकर
ऐसा दायरा बना रहा था
जिसका
न तो कोई अंत था
और
न ही कोई भगवान् ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल