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मेरी वसीयत ढँकी है ढेर सारे पैबन्दों से / येहूदा आमिखाई
Kavita Kosh से
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मेरी वसीयत ढँकी है ढेर सारे पैबन्दों से | |
रचनाकार: | येहूदा आमिखाई |
अनुवादक: | मनोज पटेल |
प्रकाशक: | --संवेद द्वारा प्रकाशित। संवेद-42 में |
वर्ष: | --2011 |
मूल भाषा: | यहूदी |
विषय: | अनूदित कविताएँ |
शैली: | -- |
पृष्ठ संख्या: | --66 |
ISBN: | -- |
विविध: | --इन कविताओं का अनुवाद अँग्रेज़ी से |
इस पन्ने पर दी गयी रचनाओं को विश्व भर के योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गयी प्रकाशक संबंधी जानकारी प्रिंटेड पुस्तक खरीदने में आपकी सहायता के लिये दी गयी है। |
- मनुष्यता के पक्ष में (भूमिका) / येहूदा आमिखाई
- एक रोता हुआ मुँह / येहूदा आमिखाई
- दो सवालों के बीच / येहूदा आमिखाई
- कैसे दोस्ती में बदल गया प्रेम / येहूदा आमिखाई
- जब मुझे पेटदर्द होता है / येहूदा आमिखाई
- मेयर / येहूदा आमिखाई
- किसी को भूलना / येहूदा आमिखाई
- एक अनन्त खिड़की / येहूदा आमिखाई
- तमर के लिए गीत / येहूदा आमिखाई
- वक़्त / येहूदा आमिखाई
- किसी ख़ूबसूरत जगह पर सैर-सपाटा / येहूदा आमिखाई
- हे भगवान, जो अत्मा / येहूदा आमिखाई
- हार मानने की कविताएँ / येहूदा आमिखाई
- कैसे एक झंडा / येहूदा आमिखाई
- समुद्र कीसतह से / येहूदा आमिखाई
- न्यूयार्क के अपने शुरूआती दिन / येहूदा आमिखाई
- 1924 / येहूदा आमिखाई
- आँकड़े / येहूदा आमिखाई
- बहुत बाल उग आए हैं मेरी पूरी देह पर / येहूदा आमिखाई
- मेरी माँ उस ज़माने की हैं / येहूदा आमिखाई
- अँधेरे में रहने वाले लोग / येहूदा आमिखाई
- सारे अन्तरालों से / येहूदा आमिखाई
- तब से / येहूदा आमिखाई
- कितना वक़्त / येहूदा आमिखाई
- हवाई-अड्डे के पास भेड़ों का एक झुण्ड / येहूदा आमिखाई
- तेल-अवीव में शरद-ऋतु की बारिश / येहूदा आमिखाई
- मेरी साँसों का सहारा / येहूदा आमिखाई
- देर से शादी / येहूदा आमिखाई
- जैसा कि यह था / येहूदा आमिखाई
- आमीन पत्थर / येहूदा आमिखाई
- ख़ुदा आते-जाते रहते हैं, दुआएँ रहती हैं हमेशा / येहूदा आमिखाई
- देह वज़ह है प्रेम की / येहूदा आमिखाई
- न्यू / येहूदा आमिखाई
- एक व्यक्ति की आत्मा / येहूदा आमिखाई
- अगर अब अपनी ज़िन्दगी के बीचोबीच / येहूदा आमिखाई
- प्रेमिका का इन्तज़ार और क़दमों की आहट / येहूदा आमिखाई
- मेरी माँ पूरी दुनिया पकाती थीं मेरे लिए / येहूदा आमिखाई
- कोई नहीं मरा जिस दिन मेरी बेटी का जन्म हुआ / येहूदा आमिखाई
- चाहत की रोटी सेंकने के लिए / येहूदा आमिखाई
- इस सदी के मध्य में / येहूदा आमिखाई
- अपने जन्मदिन के लिए / येहूदा आमिखाई
- बम का दायरा / येहूदा आमिखाई
- मेरी वसीयत ढंकी है ढेर सारे पैबन्दों से / येहूदा आमिखाई
- एक असीम शान्ति : सवाल और जवाब / येहूदा आमिखाई
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