बीडी पीते बाघ / रमाशंकर यादव 'विद्रोही'
कि अभी मैं आपको बताऊंगा नहीं
बताऊंगा तो आप डर जायेंगे
कि मेरी सामने वाली इस जेब में
एक बाघ सो रहा है
लेकिन आप डरे नहीं
ये बाघ
इस कदर से मैंने ट्रेंड कर रखा है
कि अब आप देखें
कि मेरी सामने वाली जेब में एक बाघ सो रहा है
लेकिन आपको पता नहीं चल सकता
कि बाघ है
सामने वाली जेब में एक आध बाघ पड़े हों
तो कविता सुनाने में सुभीता रहता है
लेकिन एक बात बताऊँ?
आज मैं आप दोस्तों के बीच में
कविता सुना रहा हूँ
इसलिए मेरी जेब में एक ही बाघ है
लेकिन जब मैं कविता सुनाता हूँ -'उधर'
उधर- जिस तरफ रहते हैं मेरे दुश्मन
अकेले अपने ही बूते पर
तो मेरी जेब में एक नहीं दो बाघ रहते हैं
और तब मैं अपनी वो लाल वाली कमीज पहनता हूँ
जिसकी कि आप दोस्त लोग बड़ी तारीफ़ करते हैं
जिसमें सामने दो जेबें हैं
मैं कविता पढता जाता हूँ
और मेरे बाघ सोते नहीं हैं
बीडी पीते होते हैं
और बीच बीच में
धुएं के छल्ले छोड़ते जाते हैं...