• गृह
  • बेतरतीब
  • ध्यानसूची
  • सेटिंग्स
  • लॉग इन करें
  • कविता कोश के बारे में
  • अस्वीकरण

पृष्ठ इतिहास

ब-नाम-ए-इश्क़ इक एहसान सा अभी तक है / शहराम सर्मदी

9 अक्टूबर 2013

  • सशुल्क योगदानकर्ता ३

    '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शहराम सर्मदी }} {{KKCatGhazal}} <poem> ब-नाम-ए-इश...' के साथ नया पन्ना बनाया

    06:54

    +1,028

  • Kavita Kosh

    • मोबाइल‌
    • डेस्कटॉप
  • गोपनीयता