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मन भावन के घर जाए गोरी / शैलेन्द्र

1 मार्च 2010

  • Sandeep Sethi

    no edit summary

    10:52

    +28

  • Sandeep Sethi

    ऐ मेरे दिल कहीं और चल / दाग़ का नाम बदलकर मन भावन के घर जाए गोरी / शैलेन्द्र कर दिया गया है

    छो

    10:50

27 जून 2008

  • अनिल जनविजय

    New page: '''गीतकार : शैलेन्द्र सिंह ऐ मेरे दिल कहीं और चल ग़म की दुनिया से दिल भर गय...

    23:44

    +1,128

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