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<Poem>
हमारा प्यार मुज़रिम है
मौत की सज़ा पाया क़ैदी मिल चुकी हैउसे
मर जाएगा
बस्स, दो ही महीनों में
बहुत जगह है दुनिया में
समय है बहुत
अब तुम छोड़ दो मुझे
दुनिया में कमज़ोरी बहुत कमज़ोर हैमज़बूरी मज़बूर है
चूम कर भी
अब मैं तुम्हें रोक नहीं सकतीतुम्हें
'''रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
</poem>
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