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पराजित हो गये / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
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21:14, 26 फ़रवरी 2011
कँपकपाते दिन
ढेालकों
ढोलकों
की थाप पर
गाने लगा फागुन
बज उठी मंजीर खँझरी
अनिल जनविजय
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