Changes

{{KKRachna
|रचनाकार=फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
|संग्रह= शामे-शह्‍रे-याराँ / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
}}
[[Category:ग़ज़ल]]{{KKCatGhazal‎}}‎<poem>सितम सिखलाएगा रस्मे-वफ़ा ऐसे नहीं होता सनम1 सनम<ref>मूर्ति, पत्थर</ref> दिखलाएँगे राहे-ख़ुदा ऐसे नहीं होता
गिनो सब हसरतें जो ख़ूँ हुई हैं तन के मक़तल2 मक़तल<ref>हत्यास्थल</ref> में मेरे क़ातिल हिसाबे-खूँबहा3, खूँबहा<ref>ख़ून के बदले का हिसाब</ref>ऐसे नहीं होता
जहाने दिल में काम आती हैं तदबीरें न ताज़ीरें4 ताज़ीरें<ref>न युक्तियाँ न सज़ाएँ</ref>यहाँ पैमाने-तललीमो-रज़ा5 रज़ा<ref>स्वीकृति की प्रतिज्ञा</ref>ऐसे नहीं होता
हर इक शब हर घड़ी गुजरे क़यामत, यूँ तो होता है
मगर हर सुबह हो रोजे़-जज़ा6जज़ा<ref>प्रलय का दिन</ref>, ऐसे नहीं होता
रवाँ है नब्ज़े-दौराँ7दौराँ<ref>युग की धड़कन</ref>, गार्दिशों <ref>संकट</ref> में आसमाँ सारे
जो तुम कहते हो सब कुछ हो चुका, ऐसे नहीं होता
.........................................</poem>1. मूर्ति, पत्थर 2. हत्यास्थल 3. ख़ून के बदले का हिसाब4. न युक्तियाँ, न सज़ाएँ 5. स्वीकृति की प्रतिज्ञा6. प्रलय का दिन7. युग की धड़कन 8. संकटों{{KKMeaning}}
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,129
edits