भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=शम्भुदान चारण|संग्रह=}}[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]{{KKCatKavita‎}}<poem>
नभ वाय वखोणीय, तेजस पौणीय , भूमि भागोणीय जग जठे
महा भूत भिगोणीय , देह वाणोंणीय , प्राकृत जोणीय पिंड जठे
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,484
edits