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बड़े दिनों बाद / रमेश तैलंग
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04:26, 6 सितम्बर 2011
चिड़िया ने कंठ खोल
ख़ूब चहचहाया
सन्नाटा देखता रहा
सकपकाया
अनिल जनविजय
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