855 bytes added,
15:35, 21 अक्टूबर 2011 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=सांवर दइया
|संग्रह=आखर री औकात / सांवर दइया
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
{{KKCatKavita}}
<poem>मारग कठै
च्यारूं कूंट अंधारो
मिनख धूजै
०००
जुगां री रीत
तोड़ै हाथी’र घोड़ा
पजै मकोड़ा
०००
हरख कुंड
हुवैला, म्हानै कांईं
धायां पतीजां
०००
किताबां सोभै-
कायदा; काम काढै-
जाळी झरोखा
०००
अंधार घुप्प
मिनख कांईं बोलै
हवावां चुप्प
०००
</poem>