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आखर री औकात, पृष्ठ- 40 / सांवर दइया
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मारग कठै
च्यारूं कूंट अंधारो
मिनख धूजै
०००
जुगां री रीत
तोड़ै हाथी’र घोड़ा
पजै मकोड़ा
०००
हरख कुंड
हुवैला, म्हानै कांईं
धायां पतीजां
०००
किताबां सोभै-
कायदा; काम काढै-
जाळी झरोखा
०००
अंधार घुप्प
मिनख कांईं बोलै
हवावां चुप्प
०००