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खद्दरधारी कहें करां म्हे भोत भलाई / शिवदीन राम जोशी
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01:50, 21 जनवरी 2012
<poem>
खद्दरधारी कहें करां म्हे भोत भलाई,
देश भक्त हाँ मगर कभी खुद जावे
खई।
खाई।
पेट दियो भगवान कह्यां इन तो भरस्या,
लोगों समझो बात और म्हे कांई करस्या।
Kailash Pareek
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