Changes

<poem>
ज़िस्म सन्दल, मिज़ाज फूलों का
सर पे खुशबू के वो सरापा है ताज फूलों का
तुम ही तुम हो जिधर निगाह करूँ
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits