गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
अमवा के लागेला टकोरवा रे संगिया / भोजपुरी
23 bytes added
,
15:27, 21 सितम्बर 2013
{{KKLokRachna
|रचनाकार=अज्ञात
}}
{{KKCatBhojpuriRachna}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
|भाषा=भोजपुरी
गोरिया के उठेलाहा छाती के जोबनवाँ
पिया के खेलवना रे होइ
</poem>
'''भावार्थ'''
गोरी के उरोज भी उभर आए हैं
अरे ये तो प्रियतम के लिए खिलौने बनेंगे !'
</poem>
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,137
edits