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Kavita Kosh से
तो वै माउथ फ्रेशर स्यूं द्ग2ड्ड साफ करै
आटो जे लागज्यै बाळां रै
सैम्पू स्यूं तावळी-सी ‘ह्ल2ड्ड’ ‘जूं’ साफ करै
बांरी चामड़्यां ऊपर
रसायनां री कोजी लेदरी है
जिणां नैं देख-देख आपां नैं
आपणो होंसलो बधाणो है
कै कियां अंारै आंरै कैयां स्यूं
आपणो घोंसलो गिराणो है
जिणरै मांयनै प्रळय पछै रा इंडा है
बछड़ी दांई कूदती फिरै ही बाखळ-बाखळ
अर बण’र सिंघणी
मैदानां द्गद्मड्ड; मांय जुद्ध रै मारती ही दाकळ
पण :
दरसाव बदळग्यो सारो