गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
चोरी माखन की दै छोड़ि कन्हैया / ब्रजभाषा
22 bytes added
,
21:55, 26 नवम्बर 2015
|भाषा=ब्रजभाषा
}}
{{KKCatBrajBhashaRachna}}
<poem>
चोरी माखन की दै छोड़ि
कन्हैया मैं समझाऊँ तोय
<br>
एक लख धेनु नंद बाबा कें
Lalit Kumar
Founder, Mover, Uploader,
प्रशासक
,
सदस्य जाँच
,
प्रबंधक
,
widget editor
21,914
edits