भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राग तेलंग |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem>आप पै...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=राग तेलंग
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>आप पैदा हुए हैं
तो
आपके समांतर
दो पेड़ भी अंकुरित होते हैं
ठीक उसी समय
एक पेड़ की उम्र आपसे कम है
उसकी यात्रा आप देखेंगे
दूसरा आपके बाद भी रहेगा
देखेगा और दर्ज करेगा
वह आपकी यात्रा
एक को आप देखते हैं
दूसरा आपको देखता है
यह देखकर
सोचने-समझने की यात्रा है
कहते तो हैं हम इसे जीवन
पेड़ क्या कहते हैं
पास जाकर पूछेंगे
तब ही पता चलेगा ।
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=राग तेलंग
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>आप पैदा हुए हैं
तो
आपके समांतर
दो पेड़ भी अंकुरित होते हैं
ठीक उसी समय
एक पेड़ की उम्र आपसे कम है
उसकी यात्रा आप देखेंगे
दूसरा आपके बाद भी रहेगा
देखेगा और दर्ज करेगा
वह आपकी यात्रा
एक को आप देखते हैं
दूसरा आपको देखता है
यह देखकर
सोचने-समझने की यात्रा है
कहते तो हैं हम इसे जीवन
पेड़ क्या कहते हैं
पास जाकर पूछेंगे
तब ही पता चलेगा ।
</poem>