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11:23, 16 मार्च 2017 {{KKRachnakaarParichay
|रचनाकार=रोहिताश्व अस्थाना
}}
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'''शिक्षा:''' डॉ रोहिताश्व अस्थाना ने गजलों पर पहला शोध किया है उनके लिखे साहित्य पर
लखनउ विश्वविद्यालय सहित अनेक विश्वविद्यालयों में शोध हो रहे हैं
'''प्रकाशन:'''
#‘जल तरंग बजते हैं’ (प्रणय गीत संग्रह),
#‘माँझी’, ‘जय इंदिरा’ (खण्डकाव्य),
#‘माटी की गंध’, ‘चाँदी की चूड़ियाँ’ (उपन्यास) और
#‘बाँसुरी विस्मित है’ (हिन्दी ग़ज़ल संग्रह)।
हिन्दी ग़ज़लों पर उन्होंने
#‘हिन्दी ग़ज़ल : उद्भव और विकास’ नाम से सबसे पहला शोध-ग्रंथ भी लिखा है।
#बाल साहित्य में भी उनके रचनात्मक योगदान पर काफी चर्चा हुई है। हिन्दी व अंग्रेजी की पत्र-पत्रिकाओं में साक्षात्कार, कहानियाँ एवं कविताएँ प्रकाशित।
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