Changes

'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अशोक कुमार शुक्ला |संग्रह= }} {{KKCatHaiku}}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=अशोक कुमार शुक्ला
|संग्रह=
}}
{{KKCatHaiku}}
<poem>
(1)
फूली सरसों
भटकता फिरता
बावरा मन
(2)
जान न पाई
छलिया है फागुन
दीवानी धरा
(3)
हवा को आज
फागुन ने पिलाई
कैसी शराब
(4)
लेकर आई
मदभरा मौसम
ये फगुनाई
(5)
फगुनाहट
आके फुसफुसाई
मस्तानी आई

</poem>
Mover, Reupload, Uploader
7,916
edits