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Kavita Kosh से
रह-रह कर अनेक शंकायें उठ रही हैं
कहीं किसी लड़के के साथ...
नहीं... नहीं... !
सड़क पर कोई दुर्घटना...
नहीं... नहीं... !कहीं कोई शारीरिक उत्पीड़न... !
अनेक प्रश्न... अनेक आशंकाये...
लहूलूहान हो रहा माँ का हृदय...
कहाँ जाये... कहाँ ढूँढे... !
कौन बतायेगा उसे
उसकी लाडली का पता
जिस पर बैठ बचपन में खेलती थी बिटिया
कौन बतायेगा उसकी बिटिया का पता...
कहाँ है हाकिम... कहाँ है सरकार... !
किससे पूछे वह अपनी बिटिया का पता...
अनेक प्रश्नों के समक्ष खड़ी है बिटिया...