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चेहरा / कुमार मुकुल
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18:45, 29 जून 2008
तो मैं नहीं समझता
कि आदमी का चेहरा
साफ
साफ़
दिखता है
आंखें
आँखें
चौंधियाती सी हैं
और प्रेमी भी
जो बचना चाहते हैं
तेज
तेज़
रौशनी से
जिनके लिए
आंख
आँख
की चमक भर रौशनी ही
काफी
काफ़ी
होती है।
अनिल जनविजय
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