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चेहरा / कुमार मुकुल

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तो मैं नहीं समझता
कि आदमी का चेहरा साफ साफ़ दिखता है
आंखें आँखें चौंधियाती सी हैं
और प्रेमी भी
जो बचना चाहते हैं तेज तेज़ रौशनी से
जिनके लिए आंख आँख की चमक भर रौशनी ही
काफी काफ़ी होती है।
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