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गुंचा / रंजना वर्मा

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* [[ क्यों हो ऐसे आँख चुराते क्या सब बातें भूल गये / रंजना वर्मा]]
* [[ इब्तदा अच्छी न हो तो इन्तेहा का क्या करें / रंजना वर्मा]]
 
* [[ अँधियारे से डर रक्खा है / रंजना वर्मा]]
* [[ अपने क़रीब आपने आने नहीं दिया / रंजना वर्मा]]
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