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13:07, 12 सितम्बर 2018 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=निशाकर
|अनुवादक=
|संग्रह=ककबा करैए प्रेम / निशाकर
}}
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<poem>
नेनपनमे
खेल-खेलमे
कखन
हमरा मोनमे पैसि गेलियै अहाँ
कखन
हमर मोनक
सादा कागतकें
देलियै रंगि
कखन
भेलै
मोनकें
अदाला-बदली
पता एतेक कालक बाद चललै।
मोन हमर
मयूर भऽ गेलै।
</poem>