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हिम गलेगा निश्चय मानो,
'''मौन भी टूटेगा,'''
असंवादी जीवन का पहरा
'''कभी तो छूटेगा।'''
आशा का मन में ये उजाला
'''किरनें बन फूटेगा।'''
 
हिम गलेगा निश्चय मानो,
'''मौन भी टूटेगा रूठेगा '''