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तुमने देखा है उसे? / मराम अल मासरी
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13:25, 8 जुलाई 2019
कितना ख़ुश और मगरूर हो सकता था वह बच्चा
बस, अगर वह ज़िन्दा होता
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : अशोक कुमार पाण्डे'''
</poem>
अनिल जनविजय
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