भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

तुमने देखा है उसे? / मराम अल मासरी

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तुमने देखा है उसे?
वह गोद में अपने बच्चे को लिए जा रहा था
तेज़ी से तय करता हुआ अपना रास्ता
माथा ऊँचा
पीठ सीधी

इस तरह अपने बाप की गोद में
कितना ख़ुश और मगरूर हो सकता था वह बच्चा
बस, अगर वह ज़िन्दा होता

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अशोक कुमार पाण्डे