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17:35, 24 दिसम्बर 2019 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=दीनानाथ सुमित्र
|अनुवादक=
|संग्रह=हमन है इश्क मस्ताना / दीनानाथ सुमित्र
}}
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<poem>
आरजू थी हमारी वर्षों से
कोई हमदम मिले, करार मिले
वो मिले हमसे हाय! ऐसे मिले
जैसे बीमार से बीमार मिले
</poem>