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14:27, 6 मार्च 2020 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=अभिषेक कुमार अम्बर
|अनुवादक=
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<poem>
सारे रिश्तों को तोड़ कर जाना
पर न मुंह मुझसे मोड़ कर जाना
साथ जीने की कसमें खाई हैं
हम न राहों में छोड़ कर जाना
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