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चांद सूरज सा हाल है अपना / अभिषेक कुमार अम्बर
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13:55, 7 मार्च 2020
चांद सूरज सा हाल है अपना
कट गई उम्र दर-ब-दर फिरते
रात दिन साथ
घूमते
रहते
हैं
हमेशा पर
मगर
हम किसी मोड़ पर नहीं
मिलते
मिलते।
</poem>
Abhishek Amber
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