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पुश्ते पर / ब्लेज़ सान्द्रार / अनिल जनविजय
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02:58, 13 मार्च 2020
विदा, प्यारे दोस्तो, विदा !
दिन ही दिन में निकल लो तुम सान-पाउलो
आओ,
आख़िरी बार बात करें हम
तुम्हारी क्रान्ति में इस्तेमाल हुई फ़्रांसीसी तोपों की ।
अनिल जनविजय
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