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Kavita Kosh से
* [[यकीं हो गया अब / कैलाश झा 'किंकर']]
* [[खेती किसान की तो यहाँ अब जुआ लगे / कैलाश झा 'किंकर']]
* [[घर तो अच्छा है मगर दोस्त ज़मीं कुछ कम है / कैलाश झा 'किंकर']]
* [[रोशनी के लिए दिया बनता / कैलाश झा 'किंकर']]