गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
क्या / रोबेर्तो फ़ेर्नान्दिस रेतामार / अनिल जनविजय
13 bytes added
,
13:35, 26 अक्टूबर 2020
{{KKCatKavita}}
<poem>
क्या जब तक
एक
आदमी मरा हुआ है, कोईज़िन्दा रह सकता
।
है।
चलो फिर, सब मर जाएँ
भले ही धीरे-धीरे
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,158
edits