941 bytes added,
14:46, 3 मई 2021 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=परमजीत कौर 'रीत’
|अनुवादक=कविता भट्ट
|संग्रह=पहाड़ी पर चंदा / कविता भट्ट
}}
{{KKCatGadhwaliRachna}}
{{KKCatHaiku}}
<poem>
1
सिंदूरी सूर्य
धरा को रँगकर
खेलता फाग
सिंदुरि सुर्ज
पिर्थी रंगै कैं बल
खेलदु फाग
2
निशा- चूनरी
चन्द्रमा रँगरेज
चाँदनी रँगे
रात च चुन्नी
जून रंगण वाळि
जुनाळि रंगु
3
पूर्णिमा-चाँद
सागर-मन ज्वार
कल्पों का नेह
पूर्णिमैं जून
समोद्र मन ज्वार
कलप्वी माया
-0-
</poem>