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मेरे नास्तिक होने का ब्यौरा / अनुज लुगुन
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04:33, 3 जुलाई 2022
अपना आकार गढ़ रहे थे
ईश्वर ने सबको
अपनी-अपनी
मर्जी
मरज़ी
पर छोड़ दिया था
विज्ञान ने
अनिल जनविजय
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