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बाँसुरी यदि हो सके तो / कल्पना 'मनोरमा'
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23:12, 29 नवम्बर 2022
मत बजाना।
आग चूल्हे में
सिमिट कर
सिमटकर
खो गई है
भूख आँचल से
लिपट कर
लिपटकर
सो गई है
सो गया है ऊब कर दिन
वीरबाला
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