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स्कार्फ़ / रीटा डाव / अनिल जनविजय
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19:34, 28 अगस्त 2023
जो भी ये दावा करता है
कि ख़ूबसूरती
देखने वाले की
आँखोंमें
आँखों में
बसी होती है,
वो भूल जाता है उस
रेशमी
संगीत कोजो
एक
रेशम के रूप में
नंगी गर्दन के पास
बसा
छुपा
होता है
जहाँ त्वचा को
बेहद कोमलता से छूता है
सिर्फ़
कोई बच्चा
या प्रेमी ।
अनिल जनविजय
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