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स्कार्फ़ / रीटा डाव / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
जो भी ये दावा करता है
कि ख़ूबसूरती
देखने वाले की आँखों में बसी होती है,
वो भूल जाता है उस संगीत को
जो रेशम के रूप में नंगी गर्दन के पास
छुपा होता है
जहाँ त्वचा को
बेहद कोमलता से छूता है
सिर्फ़ कोई बच्चा
या प्रेमी ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Rita Dove
Scarf
Whoever claims beauty
lies in the eye
of the beholder
has forgotten the music
silk makes settling
across a bared
neck: skin never touched
so gently except
by a child
or a lover.