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जगहें सबके लिए बनाया है।
सूर्इ सूई ने कब कहाँ सिलाई की
धागे को रास्ता दिखाया है।
कोई तालाब बन गया होगाहोगासूई
कोठी ऊँची अगर उठाया है।
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