भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कंसतनतीन केदरफ़ |अनुवादक=अनिल जन...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=कंसतनतीन केदरफ़
|अनुवादक=अनिल जनविजय
|संग्रह=
}}
<poem>
20वीं सदी अभी शुरू नहीं हुई
रूस है
यहां तक ​​कि भविष्यवादियों ने भी अभी तक कोई आवाज नहीं उठाई है
और इवान इल्यिच वहाँ नहीं था

20वीं सदी में रहने वाले सभी लोग मारे गये।
सभी या लगभग सभी मारे गए
मनुष्य के विषय में सत्य किसने बोला?
और जो लोग झूठ बोलते हैं, वे अपनी पूरी महिमा में हैं:

जनरलिसिमोस और महासचिव
गृह युद्धों और विश्व युद्धों के निर्माता
ये सभी अमानवीय प्राणी
लेनिन की तरह वह भी अभी जीवित और स्वस्थ हैं

मेयरहोल्ड और मंडेलस्टाम में
और रूस में त्स्वेतायेवा की कोई कब्र नहीं है
सशर्त कब्रें कब्र नहीं हैं
और खलेबनिकोव न तो मरा और न ही जीवित रहा

मालेविच को भी सशर्त अंतिम संस्कार दिया गया।
विटेब्स्क पर गोली चलाई गई - चागल उड़ गया
जो लोग बिना किसी सवाल के उनका समर्थन कर रहे थे, वे भी चले गए
गोली मार दी गई, कैद कर लिया गया और मार दिया गया

लानत है 20वीं सदी की शुरुआत मत करो
अपने गृह और विश्व युद्ध के साथ
लेव निकोलायेविच! मुद्रण जारी रखें
अहिंसा के बारे में - रहो - जीवित रहो

'''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
'''लीजिए, अब यही रचना मूल रूसी भाषा में पढ़िए'''
Константин Кедров
Вокруг коня

Вокруг коня выстраивалась вся культура
вокруг коня
а конь не знает ничего о той культуре
которая выстраивалась вокруг него
Так Конь Троянский ничего не знает о Елене
ведь он внутри пустой
деревянный
Пегас стихов не пишет
и не слышит размеров конских –
ямба и хорея
А что уж говорить о Буцефале
он вряд ли знал
что проскакал полмира
и вез в седле великого героя
Не ведал Росинант о Дон Кихоте
А тощая коняга д’Артаньяна
Дюма романов вовсе не читала
Вокруг коня выстраивалась вся культура
вокруг коня
Я думаю
что Холстомер читал Толстого
а если не читал
то Лев Толстой почитывал ночами Холстомера
Холстомер – холстомир
война и мор – Война и мир

2005
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,244
edits