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{{KKAnooditRachnaKKRachna
|रचनाकार=ओसिप मंदेलश्ताम
|अनुवादक=अनिल जनविजय
|संग्रह=तेरे क़दमों का संगीत / ओसिप मंदेलश्ताम
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[[Category:रूसी भाषा]]
<poem>
तुम्हारी
प्रफुल्ल कोमलता ने
मुझे व्याकुल किया
थोड़ा-सा
क्यों
उदास बातें
करती हो तुम
तब
जब
तुम्हारी आँखें
चमकती हैं
ऎसेऐसे
जैसे
भरे-पूरे दिन में
जले मोमबत्ती
भरे-पूरे दिन में
वहाँ दूर
बहुत दूर तक
मिलन की स्मॄतियाँ
झुके हुए कंधेकन्धे
और एक आँसू
जो
इस कोमलता को
तुम्हारी
और बढ़ाता है
(रचनाकाल : 1909)
(रचनाकाल '''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय''''''लीजिए अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए''' Осип Мандельштам Твоя весёлая нежность Твоя весёлая нежностьСмутила меня:К чему печальные речи,Когда глазаГорят, как свечи,Среди белого дня? Среди белого дня…И та — далече —Одна слеза,Воспоминание встречи;И, плечи клоня,Приподымает их нежность. 1909)г.</poem>