{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=सौदा
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किसी का दर्दे-दिल प्यारे तुम्हारा नाज़ क्या समझे<br/>
जो गुज़रे सैद१ के दिल पर उसे शहबाज़२ क्या समझे<br/>
''६.चुग़लख़ोर ७.व्यंग्य करने वाला ८.शमा के अलावा''<br/>
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--[[सदस्य:विनय प्रजापति|विनय प्रजापति]] २२:१७, २७ दिसम्बर २००८ (UTC)