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न जाओ हाल-ए-दिल-ए-ज़ार देखते जाओ / दाग़ देहलवी
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02:51, 15 जुलाई 2009
कोई न कोई हर इक शेर में है बात ज़रूर<br>
जनाबे-दाग़ के अशआर देखते जाओ<br><br>
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द्विजेन्द्र द्विज
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