#REDIRECT {{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल}} {{KKPustak|चित्र=|नाम=सौ गुलाब खिले|रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल|भाषा=हिंदी|विषय=|शैली=|विविध=}}* [[अंधेरी रात के परदे में झिलमिलाया किये]]* [[अगर समझो तो मैं ही सब कहीं हूँ]]* [[अपने हाथों से ज़हर भी जो पिलाया होता]]* [[अब क्यों उदास आपकी सूरत भी हुई है]]* [[अब हमारे वास्ते दुनिया ठहर जाए तो क्या!]]* [[आँखों-आँखों में ही दोस्ती हो गयी]]* [[आज तो शीशे को पत्थर पे बिखर जाने दे]]* [[आप क्यों जान को यह रोग लगा लेते हैं]]* [[आप, हम और कुछ भी नहीं!]]* [[आये थे जो बड़े ही ताव के साथ]]* [[उतरती आ रही हैं प्राण में परछाइयां किसकी!]]* [[उनकी आँखों में प्यास देखेंगे]]* [[उन्हींकी राह में मरना कहीं होता तो क्या होता!]]* [[उन्हें बाँहों में बढ़कर थाम लेंगे]]* [[एक अनजान बिसुधपन में जो हुआ सो ठीक]]* [[कभी सर झुका के चले गए, कभी मुँह फिरा के चले गये]]* [[कभी हमसे खुलो जाने के पहले]]* [[कहाँ पर हमको उमीदों ने लाके छोड़ दिया]]* [[क्या ज़िन्दगी को दीजिये क्या-क्या न दीजिये!]]* [[क्या बने हमसे भला कागज़ की तलवारों से आज!]]* [[किसीकी शबनमी आँखों में झिलमिलाये हुए]]* [[कुछ उन्हें मेरा ध्यान हो भी तो!]]* [[कुछ ऐसे साज को हमने बजाके छोड़ दिया]]* [[कुछ जगह उनके दिल में पा ही गयी]]* [[कुछ हम भी लिख गये हैं तुम्हारी किताब में]]* [[कोई साथी भी नहीं, कोई सहारा भी नहीं]]* [[कोई हमीं से आँख चुराए तो क्या करें!]]* [[कोई हमें सताए, सताता ही जाए तो]]* [[खनक कुछ कम भी हो तो कम नहीं है]] * [[खिली गुलाब की दुनिया तो है सभी के लिये]]* [[चुप तो किसी भी बात पर रहते नहीं हैं हम]]* [[चले भी आइये क्यारी में सौ गुलाब खिले / ग़ज़लें]]* [[जहां है दिल ने पुकारा, वहीं जाना होगा]]* [[जान उन पर लुटाके बैठ गए]]* [[ज़िन्दगी को यों ही भरमाया किये]]* [[ज़िन्दगी दर्द का दाह है]]* [[जो कहते हैं, 'हमसे लड़ाई हुई है']]* [[जो जीवन में दुःख की घटा बन गयी है]]* [[जो पीने में ज्यादा या कम देखते हैं]]* [[जो रोते हैं ऐसी ही बातों में आप]]* [[झलक भी प्यार की कुछ उसमें मिल गयी होती]]* [[तुम्हारे रूप को चाहे भला कहे तो कहे]]* [[तेरी तिरछी अदाओं पर जिन्हें मरना नहीं आता]]* [[दम न छूटे तो चारा नहीं]]* [[दिया भी याद का इसमें जला के रक्खा है]]* [[दिल के लुट जाने का गम कुछ भी नहीं!]]* [[दिल्लगी और ही है, दिल की लगी और ही है]]* [[दिल उनसे प्यार के नाते तो कोई दूर न था]]* [[दिल की तड़पन देखिये, दुनिया की ठोकर देखिये]]* [[दिल को तुम्हारे वादे का ऐतबार तो रहे]]* [[दीप जलता ही रहेगा रात भर]]* [[दुनिया को अपनी बात सुनाने चले हैं हम]]* [[दो घड़ी की हँसी-खुशी के लिए]]* [[नज़र अब उनसे मिलाने की बात कौन करे!]]* [[नज़र नज़र से ही टकराए और कुछ मत हो]]* [[नज़र से दूर भी जाने से कोई दूर न था]]* [[नहीं एक दिल की लगी छूटती है]]* [[नहीं कोई भी मरने के सिवा अब काम बाक़ी है]]* [[नहीं दुःख ये भार होता, न ये इंतज़ार होता]]* [[न होंठ तक कभी आई, न मन के द्वार गयी]]* [[निराश प्राण में आशा के सुर सजाते चलो]]* [[पहले तो मेरे दर्द को अपना बनाइए]]* [[प्यार की बात न कर प्यार को बस रहने दे]]* [[प्यार को हम न कोई नाम दिया चाहते हैं]]* [[प्यार में यों भी जीना हुआ]]* [[प्राण में गुनगुना रहा है कोई ]]* [[फिर उन्हें हम पुकार बैठे हैं ]]* [[फिर किसी प्यार की पुकार है आज ]]* [[बड़ी हसीन है सपनों की रात, चुप भी रहो ]]* [[बहुत हमने खोया, बहुत हमने पाया ]]* [[बात होनी थी, होके रही]]* [[बातें हम अपने प्यार की, उनसे छिपाके कह गये ]]* [[बिना अब आपके जीना तो साँसें जोड़ना ठहरा ]]* [[भले ही दिल न मिले आँख चार होती रहीं ]]* [[भले ही बाग़ में कोयल भी है, बहार भी है ]]* [[भोर होनी थी होके रही ]]* [[मिलके आँखें हें छलछलायी क्यों! ]]* [[मुझे भी अपना बना लो, बहुत उदास हूँ मैं ]]* [[मुँह से कहते नहीं, 'गुलाब भी है']]* [[मिलने की हर खुशी में बिछुड़ने का गम हुआ]]* [[मेरा जीना प्यार का जीना, उनकी बातें काम की बातें ]]* [[मेरी चुप्पी भी उनको भा ही गयी ]]* [[मौत आँखें दिखाती रही]]* [[यह ज़िन्दगी तो कट गयी काँटों की डाल में ]]* [[यह तो वेला है ढलती रही ]]* [[रहे न चाँद, यही चाँदनी रहे न रहे ]]* [[लगी है चोट जो दिल पर बता नहीं सकते]]* [[लुभा रही है बहुत उनकी देखने की अदा ]]* [[वनों में आग है, बिजली भी आसमान में है]]* [[वहीं जो पाँव ठिठक जाय, क्या करे कोई! ]]* [[विश्व उद्यान है, भ्रमण कर लो]]* [[वैसे तो आज प्यार में हारे हुए हैं हम ]]* [[सबसे आँखें तो चार करते हैं]]* [[सभी तरफ है अँधेरा, कहीं भी कोई नहीं ]]* [[साज़ क्यों बज नहीं पाता है, कोई बात भी हो! ]]* [[सुनते नहीं हैं पाँव की आहट कहीं से हम]]* [[हम अपनी उदासी का असर देख रहे हैं ]]* [[हम अपने मन का उन्हें देवता समझते हैं ]]* [[हम उनको अपना बना लें, कभी वो खेल तो हो ]]* [[हमसे किसी का प्यार छिपाया न जाएगा ]]* [[हम यों भी कभी प्यार की ठोकर में जी गये]]* [[हमारी रात अँधेरी से चाँदनी बन जाय]]* [[हमारे प्यार का सपना भी आज टूट न जाय ]]* [[हमारे सामने आओ कि हम भी देख सकें ]]* [[हमारे सुर से किसी का सिंगार हो तो हो ]]* [[हमेशा दूर ही रहते हैं आप, क्या कहिए]]* [[हमें तो कहते हो,'अपना ख़याल है कि नहीं?']]* [[हरदम किसी की याद में जलते रहे हैं हम]]* [[हुआ है प्यार भी ऐसे ही कभी साँझ ढले ]]