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Kavita Kosh से
मैं क्या कर सकने में समर्थ?
मुझसे विधि, विधि की सॄष्टि सृष्टि क्रुद्ध,
मुझसे संसृति का क्रम विरुद्ध,
इसलिए व्यर्थ मेरे प्रयत्न, इस कारण सब प्रार्थना व्यर्थ!